लफ़्ज़ों की जादूगरी में खुद को,माहिर ना कर सके। दिल में चाहत तो बहुत थी-मगर, ज़ाहिर ना कर सके।। मिला आज वो-फिर हमसे, बातें भी हुई... पर कहना था जो, वो कहने की हिम्मत, फिर ना कर सके।। ©Vinod Thakur #जादूगरी#चाहत #HappyRoseDay