छुप छुप कर देखा करता था, हर वक्त तेरा इंतज़ार करता था, दूरी बर्दाश्त न थी तुमसे, शायद प्यार हो गया था मुझे, यही मैंने इक बात छुपाई तुमसे। हम चाह कर भी बहुत सी बातें बता नहीं पाते, लेकिन लिख ज़रूर सकते हैं। #बातछुपाई #collab #yqdidi .... भाषा एवं साहित्य के प्रसार के लिए हमारा एक और विनम्र प्रयास YQ Sahitya। ज़रूर फ़ॉलो करें। #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi