अपनों से एहतराम पाने की चाहत में हमने, अपना एहतराम गंवा दिया। सब कुछ गंवा कर हमको समझ में आया, कि दुनियां का दस्तूर यही है। चाहते थे जिसको बेइंतेहा हम, उसको भी सबके लिए हमने छोड़ दिया। किससे करें शिकवा और शिकायत, जब सारी की सारी गलती अपनी है। Challenge :- 2, DAY :-2 Week :-3, LANGUAGE :- HINDI TOPIC :- EMOTION, THEME :- ANGER You need to write a couplet poem of 4 lines With the Rhyming scheme of ABAB