प्यार में तकरार चुप अगर हम थे, तो बोल तुम भी सकती थीं,, कुछ अनबन थी जो मिट भी सकती थी... क्या हुआ जो पड़ गई थी, गलतफेमी की गांठ दिलों में ,, जान उसे हाथ बढ़ाकर, खोल तुम भी तो सकती थी.. क्या हुआ अगर हम रूठ गए थे तो,, जान एक बार हंसकर, तुम भी तो सौरी बोल सकती थी.. ©AJAY TIWARI misunderstanding..... misunderstanding... #PyaarTakraar