करू कैसे अंदाज़े बयाँ, किस क़दर तेरी याद आई ! दिल में है तस्वीर तेरी, तू है मेरी पर परछाई !! जीता हूँ मै पल -पल मर के, हर दम रहती है तन्हाई,! आरजू है तेरे संग जीने की, सही नहीं जाती है जुदाई !! ©Madan Faniyal Singh #j#u#d#a#a#i #जु #दा #ई