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डाक के उस लाल डिब्बे मे जब बारिश की पहली बूंद गयी

डाक के उस लाल डिब्बे मे जब बारिश की पहली बूंद गयी तो डिब्बे ने पूछा तुम यहाँ क्यो आई हो यहाँ तो अब कोई नही आता...,बूँद ने मासूमियत से कहा अब मेरे लिए भी कौन अपनी हथेली फैलाता है....!! मेरी अधूरी कहानी....!! ये वो बीते दिनो की बीती बाते...!!
डाक के उस लाल डिब्बे मे जब बारिश की पहली बूंद गयी तो डिब्बे ने पूछा तुम यहाँ क्यो आई हो यहाँ तो अब कोई नही आता...,बूँद ने मासूमियत से कहा अब मेरे लिए भी कौन अपनी हथेली फैलाता है....!! मेरी अधूरी कहानी....!! ये वो बीते दिनो की बीती बाते...!!