मेरे नसीब में यारों, ये कैसी सज़ा आ रही है, वो देखो सज-संवर के मेरी क़ज़ा आ रही है। मेरी ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन और करीबी शेर है ये। पूरी रचना आप सबके साथ बहुत जल्द साझा करूँगा। आप सबका नया ताज़ा-ताज़ा, इकराश़ *कज़ा- मौत। #YqBaba #YqDidi #इकराश़नामा #Sher #Kaza