जिस्म की आग कभी न बुझ पाएगी । ये हैवानियत किस कदर खत्म हो पाएगी ।। लेती जा रही कई मासूमो की ये जान है । आखिर क्यों खत्म होती जा रही इंसानियत है ।। आओ हम सब मिलकर लड़े हैवानियत के खिलाफ । आखिर क्यों खत्म होती जा रही इंसानियत है ।। उन मासूमो का दर्द कैसा है हमे क्या पता । हमे तो अपनो से मतलब है किसी ओर का हमे क्या ।। इसलिए ही खत्म होती जा रही इंसानियत है #ख़ामोश #मासूमियत #डर #इंसानियत #हैवानियत #कविता