माना के नहीं मयस्सर जाम साक़ी के हाथ से, दौर-ए-दहशत में यूँ डर से पीना क्यों छोड़ दें... विजय त्यागी "दहशत है बरकरार यारों इस दहशत को न हल्का लें जबतलक है बन्द मैखाना सागर घर के अन्दर ही छलका ले.." 🍷🍻🥂🍷 #माशारत्ती #yqashishsingh #yqbaba #yqdidi