हर किसी को अपनी बात सुनाना पसंद है, पर दुसरों कि बातें सुनना नहीं, सबकी चाहत, कोई तो हो जो उसे समझे, पर खुद दुसरों को समझता नहीं। _ RB _ #इंसानियत