Shaadi कैसे अपना लूँ, किसी गैर से व्यक्ति को, कैसे सौंप दूँ खुद को , किसी अनजान के हाथों में, कैसे चल दूँ साथ , कुछ बेखबर कदमों के, कैसे कर लूं भरोसा, किसी अनजाने संहारे का, कैसे थाम लूँ हाथ,किन्हीं अजनबी हाथों का, कैसे वाकिफ़ होऊ, किसी के नावाक़िफ़ विचारों से, कैसे परीचित होऊ ,किसी अपरिचित अपने से, कैसे मनाउ अपने इस मन को, की मैं खुद भी उसके लिए एक अजनबी ही हुँ.... ©अर्पिता #शादी