नशा , फिक्र , मलहम ये सब मेरे जख्मों को मुझसे ही मरहूम कर गए ... ये मेरे दोस्तों की रवानगी हैं 🤝🤝 साहब , मेरे महफ़िल के मयखाने में 🍾🍾 ज़माने से मुंह मोड़ लिए 💔💔 नशे में थे हम 🤯 ये बोल कमिने 🤣 अपने ज़माने का रुख कर लिए ... दोस्त की महफिल ही साला सबसे अच्छा है.. ना ही किसी पर हक ज़माना ना ही वक्त का हिसाब रखना जब मिले बस 2 🍾🍾🍾 जाम में मिल जाना... एक दोस्त... #एकदोस्त #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi