यहीं पाओगे महशर में जबां मेरी बयां मेरा, मैं बन्दा हिन्द वालों का हूं है हिन्दोस्तां मेरा; मैं हिन्दी ठेठ हिन्दी जात हिन्दी नाम हिन्दी है, यही मजहब यही फिरका यही है खानदां मेरा; मैं इस उजड़े हुए भारत का यक मामूली जर्रा हूं, यही बस इक पता मेरा यही नामो-निशां मेरा; मैं उठते-बैठते तेरे कदम लूं चूम ऐ भारत! कहां किस्मत मेरी ऐसी नसीबा ये कहां मेरा; तेरी खिदमत में ऐ भारत! ये सर जाये ये जा जाये, तो समझूंगा कि मरना है हयाते-जादवां मेरा. Kartar Singh Sarabha was hanged by British on 16 Nov 1915 when he wa