मैं जिस्म को रूह से बढ़कर मानने वाला नहीं मतलबी इश्क़ पे मै ईमान लाने वाला नहीं मैं पैर धोके पिलू, गर दिल से तू सोचे दिमाग वालो को तो मैं मुंह लगाने वाला नहीं बस तू इतना समझ ले ए जमाने, ये दिल तुझसे बहल तो सकता है पर अब तुझपे आने वाला नहीं #इतना_समझ_ले_ए_जमाने