Nojoto: Largest Storytelling Platform

नये समय का आगाज सीने में कुछ करने की ; लगा आग

नये समय का आगाज

सीने  में  कुछ  करने की  ; लगा आग रही है
 
सोई  उम्मीदें  एक  बार  फिर से जाग रही है

भाग रही है हार ;जीत के डर से मैदान छोड़

कोशीशे  कर  नये  समय का आगाज रही है

कवि अजय जयहरि कीर्तिप्रद नये समय का आगाज...... कीर्तिप्रद
नये समय का आगाज

सीने  में  कुछ  करने की  ; लगा आग रही है
 
सोई  उम्मीदें  एक  बार  फिर से जाग रही है

भाग रही है हार ;जीत के डर से मैदान छोड़

कोशीशे  कर  नये  समय का आगाज रही है

कवि अजय जयहरि कीर्तिप्रद नये समय का आगाज...... कीर्तिप्रद