सजा इश्क करने की अब तक पा रहे हैं न जाने क्यों दिल का दर्द नैनो से बहा रहे हैं महफिल में तो मुस्कुरा देते हैं थोड़ा बहुत मगर क्यों तनहाइयों में घुट घुट कर मरे जा रहे हैं #बढ़ रहा है दर्द दिल का तेरी जुस्तजू में