हमारे लिए चांद वैसे का वैसा ही रहेगा -- महबूब के चेहरे सा चमकीला ,प्रेम की तरह शीतल । हमारा चॉद अकेलेपन में पेड़ के पत्तों से झांक कर वैसे ही शरारत करता रहेगा हमारे साथ । उदास खिड़की से चलकर आएगा और चुपचाप हमारे आधे बिस्तर पर लेट जाएगा । ऐ चॉद !! तुम्हारी जगह हमारे दिल , एहसास व सपनों में थी , है और हमेशा रहेगी ।।। # unknown # हमारे लिए चॉद