वक़्त ने फेर ली नजर हमसे, ये बात मैं मानता ही नहीं.. बदल दिए है हमसफरों ने रास्ते, पर मैं जानता ही नहीं..! फिर भी यकी करें तो किस पर करें शादीक.. अब तो इस शहर में, हमें कोई पहचानता ही नहीं..! #Alone_poetry