ये सुकून कैसा आजकल हवाओं में है? जन्नत सी राहत सावन कि फुहारों में है, शहर में मेरे काली घटाएं छा रहीं हैं, मेरा लखनऊ इन दिनों हरियाली की बाहों में है। ये हरियाली मेरे सारे गम भुला देती है, ये शहर लखनऊ जैसे बचपन का कोई साथी पुराना। #hindipoetry #quoteoftheday #nazarbiswas