"मेरे दिल का शहर" कैप्शन में पढि़ए 🙏 #MeraShehar ..... हाँ मेरे दिल के शहर में लोग कम है, खुशियाँ थोड़ी हैं और बेशुमार गम है, बर्बाद-ऐ बस्ती और उजड़े हुये है मकान, और इन उजड़े हुए मकान में अब बस्ते हम है ! जहां होती थी कभी खुशियाँ अब वहाँ शोक का हूज़रा है,,, यक़ीन मानिये जऩाब मेरे शहर से इश्क़ गुज़रा है.!