#सादर_नमन_तुम्हे_ऐ_सपूत .#भगतसिंह केवल अपने लिए तो पशु ही जीते हैं, जैसा औ जिस तरह मिले पी लेते हैं! वो भगतसिंह ही हो सकता है जिसने- शत्रु भी आदर में सर झुका ही देते हैं!! आजादी का मोल भगत ही जानता है, गद्दारों को घर में घुसकर भी मारता है! कोई आँख उठाकर देखे राष्ट्र को तो, जीवन अन अंतिम लक्ष्य सा ठानता है!! २८.०९.२०१९ भगत