ये वख्त है या दौर, पता चलता क्यो नही, मन बावरा ना जाने कही लगता क्यो नही। अकेले चलते चलते अब थक सा गया हूं, आखिर ये रास्ता इश्क़ वाला कटता क्यो नही। #Life