मैंने अपनी दुनियां तुम्हारे इर्द गिर्द सजाई है तुम ना हो तो जीवन में तन्हाई है रूठ गई तुम तो मेरी आंखें भी भर आयेंगी तुम क्या जानों क्या होती दिल की तन्हाई है ©Dr Supreet Singh #Your_importance