रही होगी तुम्हारी भी मज़बूरी कुछ, वर्ना इतना कोई बेरह़म नहीं होता ! जाओ माफ़ किया, - मैने सुना है की, माफ़ी से बड़ा कोई मरहम नहीं होता ! ____________________________ न शिक़वा न गिल़ा न शिकायत़ कोई, न मिन्नत न दुआ न हिदायत कोई ! तूम सम्भल गई, मैं भी सम्भल लूंगा, वैसे भी कई साहिलों से टकराकर, यूं किनारा कोई खतम नहीं होता !! जाओ माफ़ किया, - मैने सुना है की, माफ़ी से बड़ा कोई मरहम नहीं होता ! #yqbaba #yqdidi #yqhindi #sahil #kinara #maaf #mazburi