मुझे मातृत्व का सुख दिलाती, मेरे खियाबां में एक कली खिली, एक राजकुमारी सी, शहज से मुस्कुराती। मेरे घर की बगिया खिल खिलाती, सुंदर कोमल नाजुक सी कली, लोबानी सी खुशबू से, मेरा घर आंगन महकाती। मेरी राजकुमारी हमेशा थी कहती, मैं स्वर्ग लोग की हूं परी, जादू की छड़ी घुमा के, बन जाऊं तेरा तारा टिमटमाता। नमस्ते दोस्तों । हमारा छठा चैलेंज कुछ अलग है। इस चैलेंज के लिए आपको एक कविता लिखनी है जिसमे आपको खुद एक नई कविता योजना (rhyme scheme जैसे abab, abcb आदि) बनानी है और पूरी कविता मे प्रयोग करनी है। इस चैलेंज के नियम इस प्रकार हैं- -कविता न्यूनतम 6 पंक्ति और अधिकतम 16 पंक्ति की हो सकती है। - आपको यह चैलेंज 24 घंटे के अंदर पूरा करना है। - आप अधिक से अधिक 3 प्रयास कर सकते है। ( 3 entries for one challenge)