तेरी नज़रों से नज़रें बचाकर के, जो चुपके तुझे छू कर गुज़री है! उन हवाओं सी, पर्दों में सही, पर इज़हार-ए-मोहब्बत सच्ची है! ख़ुदा की इबादत भुलाकर के, जो क़लमा तेरे नाम का पढ़ती है! उन शायराना लफ़्ज़ों के गर्तों में सही, पर इज़हार-ए-मोहब्बत सच्ची है! ज़माने की बेड़ियों को चिढ़ाकर के, जो तेरे दर पर ही आ ठहरी है! उन उड़ती अफ़वाहों की परतों में सही, पर इज़हार-ए-मोहब्बत सच्ची है! अपनी सारी सुदबुद गंवाकर के, जो दिल-ओ-दिमाग में आ उतरी है! उन रिवाज़ों सी कायम शर्तों में सही, पर इज़हार-ए-मोहब्बत सच्ची है! मेरा नाम-ओ-निशां मिटाकर के, जो हर ओर फ़िज़ा में पसरी है! उन किताबी पन्नों के गर्दों में सही, पर इज़हार-ए-मोहब्बत सच्ची है! ©KanKum इज़हार-ए-मोहब्बत! #Nojoto #nojotohindi #loveletter #lostLetter #Confession #SunSet