कुछ घाव दिखते कहां है, सिर्फ दुखते बहुत है। कुछ गहरे निशान छिपते कहां है, सिर्फ दुखते बहुत हैं। जो लोग मुकद्दर में नहीं है , वो मिलते कहा है। बस, ना मिलने के निशान दुखते बहुत है। ©mehar mehar