तरसती है निगाहें पलभर देखनें को उनके चेहरे का नूर, हो जाएं मेरी हर मुराद़ पूरी चाहे रहे वो मेरे पास या दूर। बनके रहते है वो मेरे इन सांसों का और प्यार का गुरूर, बस यूंही छलकता रहे उनका चेहरे पर अलोकिक हूर। बन गएं है वो मेरे प्यार का इक यह गुमनाम सा फ़ितूर, मांगी थी दुआँ कि मिल जाएं और मिल गयां है कोहीनूर। फ़िर चाहे निकल जान मेरी पर कभी ख़त्म ना हो सूरुर, हो जाएं मेरी हर मुराद़ पूरी चाहे रहे वो मेरे पास या दूर। बड़ी शिद्दतों बाद आज़ उनको यह बात बता पाया हूं, बरबाद़ कर दूं या फ़िर तेरे ईश्क़ में ख़ुद को फ़ना कर लूं। अब तु ही बता कि इस दिल की क्या द़वा मैं कैसे करवाऊं, कहाँ जाकर मिलेगा मुझे सूकुन कि या ख़ुद का वज़ूद मिटा दूं। #यकीं #महोब्बत #तड़प #दास्तान #दिल_की_बात #महोब्बत_नाम_है_जिंदगी_का #सफ़र_जिंदगी_का #आगाज़_ए_इश्क़