जिंदगी में वो संगीत की तरह ही तो थी। ख्वाहिश नही है ये मेरी की मिले मुझे शौहरते बेहिसाब । एक ही दिल-ए-आरज़ू है जनाब, मेरी खामोशियो में भी मेरे अज़ीज़ सुने मेरी आवाज़ ।। RK Saheb ... aaj dil dukha hai.....