में किस शख्स को अपना कहूँ किस शख्स को पराया जिस को भी गले लगाया उसने खुद को मजबूर बताया है में बेखौफ सा उस शख्स में बेइन्तहां डुबता ही जा रहा था बात जब करीब आने को हुई तो उसने अपने नये यार से मिलवाया हैं कभी कभार वो मुझे दैखकर भी थोड़ी मुस्करा दिया करती थी मैं उसे चाय पर बुलाने वाला ही था फिर मुझे मेरे यार ने समझाया है उसकी तो आदत हैं हर किसी से हंस कर मिलने की "गुरू" तु क्यूं रोता हैं उसने तो अपने यार ही को सीने से लगाया है --Beimààn Guru Suthar #jaani #sad #poem #gurusuthar #music #happy #poet #writer #love #CityEvening