आज अल्फाज़ सुझ नहीं रहें, अखिर किसपर रचनाएं बनाऊँ, ज़िंदगी भी हर पल बदल रही है, अखिर कबतक इसपर लिखूं.... ना किसी के प्यार ने जगाया है, ना किसी के प्यार ने ठुकराया है, हर पल जिंदगी से प्यार किया है, बस उसी ने जीना सिखाया है.... - Pranit Sharma ✍🏻 #जिंदगी_से_प्यार_करो 😊