वक़्त बीत रहा है तो बीत जाने दो लम्हे गुजर रहे है तो गुजर ही जाने दो जरा...उस बीतते वक़्त औऱ लम्हो को बस इतना बता देना जनाब हम भी इंसा बेमिशाल है यूँही राहों में कोई गिरा दे ये आसान नही हम फिर उठ खड़े हो लौट आएंगे उन बीते वक़्त औऱ लम्हो का पाई - पाई का हिसाब करने