अपने हालात का मुझे ज़िम्मेदार कर दिया, तुमने बेवजह रिश्तों को सरकार कर दिया। तुम ही तुम हो मेरे इन किस्से-कहानियों में, तुमने मुझे कैसे अदना किरदार कर दिया। तुम्हारी ख़ुशियों की ही माँगी दुआएँ हमेशा, तुमने सरेआम दे इल्ज़ाम बेज़ार कर दिया। रुक-रुक कर लोग भी देख रहे मेरी तरफ़, तुमने ज़रा सी बात को अख़बार कर दिया। कभी तो देखो 'धुन' दिल की क़ाबिलियत, तुमने तो ज़ख़्मों से और सिंगार कर दिया। Rest Zone 'काव्य सृजन' रुक-रुक के लोग देख रहे मेरी तरफ़, तुमने ज़रा सी बात को अख़बार कर दिया। -राहत इंदौरी #restzone #rztask116 #rzलेखकसमूह #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #rzwotm #rzsangeetadhun #yqdidi