बहुत साल बीत गए उस ख़्वाब को देखते देखते ,पर लगता जैसे कल की ही बात है जब वो ख़्वाब मेरी जिंदगी में आया था और मुझे ख्वाबों को मुक्कमल कराया सिखाया था। उस ख़्वाब को जीकर ऐसा लगा कि ये ख़्वाब बस मेरे लिए ही बनाया था क्योंकि मेरे जहन में तो दिन रात बस वो ख़्वाब ही छाया था। बस उसे ऐसे ही खामोशी से बैठ कर सोचा करती थी उसके मुकुमल होने के अक्सर सपने देखा करती थी की "वो ख़्वाब मुक्कमल होगा तो ऐसा होगा वो मुक्कमल होगा तो वैसा होगा।" उस ख़्वाब को जीने में मैंने अपना सारा समय लगा दिया क्या होती है मौज मस्ती वो सारा समय उस ख्याब को पाने में गवा दिया लोग पागल कहते थे मुझे कि क्यों एक ही ख़्वाब के ऐसे पीछे पड़ी है क्यों उसे पाने के लिए पूरी दुनिया के सामने यू अड़ी है । पर ये बेचारा दिल कहाँ समझ पाता की उसकी तकदीर में यह ख़्वाब नही आता ये दिल तो हर बार उस ख़्वाब के पीछे ही भागता रहा और हर बार किस्मत के हाथों हारता रहा। पर आज भी ख़्वाब है उसी ख़्वाब को पाने का उसको अपने नाम कर जाने का पर उस ख़्वाब की मंजिल का रास्ता थोड़ा बदल लिया है बस अब तो देखना है कि उस ख़ुदा ने मेरे भाग्य के लेख में क्या वो ख़्वाब मेरे नाम किया है। सिर्फ उस ख़्वाब की अनन्या✏️ एक खत उस ख़्वाब के नाम ( सिर्फ उस ख़्वाब की................अनन्या✏️)#dream #life#govt.job 🎀❤️