रात की खामोशी में चमकता है,
चांदी का गोला, चाँद सजाता है,
नरम रोशनी, एक शांत किरण,
सपनों को मार्गदर्शित करती, धीमी लहर।पुरानी कहानियों में बुनते साए,
एक समय की फुसफुसाहट, जो हो गए पराए,
सितारों के समुद्र में एक मशाल,
अनंत का प्रतीक, ऐसा सवाल।चमक और अंधकार के दौर से गुजरता,
एक सच्चा दोस्त जो कभी न मुड़ता, #Poetry#moon_day