उसने अक्सर मेरी उंगलियों को पकड़ कर कहा। मोहब्बत तो बहुत पाक रिश्ता है।। फिर ईश्वर उसे मुकम्मल क्यो नही करता? मेरे माथे को चूम कर उसने कहा।। तुम क्यों रोज मेरे ख्वाबों का हिस्सा हो? जबकी हाथो की लकीरों में तेरा साथ नही है।। कुछ दे दो जवाब मेरी बात का। मुझमें अब सब्र बचा नहीं है।। ©✨⭐ ReSHu SoNaRe ⭐✨ #Chhuan #hir #streaks