अपने वजूद पर और भरोसा हो जाता है। सुबह अपनी मिट्टी का बोसा हो जाता है। #अपने #वजूद पर और #भरोसा हो जाता है। #सुबह अपनी #मिट्टी का #बोसा हो जाता है।