चाँद देखकर मुस्कुराया और यूँ कहा, मैं खुद दाग हूँ आसमा पर और, तुम मुझमे अपना महबूब ढूंढते हो, पागल हो तुम जो बबुल में बेर ढूंढते हो.... -अजय चौरसिया #बबुल में बेर