तुम, इश्क़ और ये मौसम यू जो तुम अपने कोमल, मुलायम हाथों से मुझे खिंच कर अपनी बाहों में जो लेते हो न, पहले थोड़ा डर लगता है, की कही कोई देख न ले, लेकिन तुम्हारी बाहों में आते ही, वो सारा डर ऐसे गायब होता है जैसे सर्दी में अलाव के पास बैठने से ठंड, ह माना कि तुम्हारी बाहें कोई अलाव नहीं है, पर पता नही क्यों तुम्हारी बाहों में आते ही एक राहत सी मिलती है, दि न भर की सारी थकान कही जाती सी दिखती है। ह तुम बिल्कुल उस ऊनी कपड़ों जैसे हो, जिसे मेरी माँ बड़े प्यार से मेरी पसंद के रंग का ऊन खरीद कर और उसे मेरे नाप का बनाती हैं। ठीक बिल्कुल तुम उसी ऊनी कपड़ों की तरह हो। न हीं नहीं, तुम नही तुम्हारा प्यार.... ह्म्म्म या यूं कहें कि इन सर्द हवाओं में ऊनी कपड़ों सा है तुम्हारा इश्क़, जिसे ओढ़ते ही मेरी सारी सर्दी दूर चली जाती है और तुम, तुम मेरे पहले से भी ज्यादा करीब चले आते हो। #NojotoQuote तुम, इश्क़ और ये मौसम #इश्क़ #मोहब्बत #प्यार #लप्रेक #nojoto #love #love_story_in_poem