White पहचान हो तेरी कुछ हट कर भीड़ में भी तू अपनी कलाकारी रख, हों चाहे हज़ारों रास्ते एक से, तू अपनी राह अलग निकाली रख। दुनिया की धारा में मत बहना, समय की हर चाल से आगे रहना, जो तेरे दिल में हो, वही तू करना हर पल अपने ख़्वाबों को सजाएं रखना। बन तू ऐसा, जैसे हो तू एक कहानी, जिसमें हो अनकही सी कोई बेमिसाल निशानी। तू वो चिराग़ बन, जो बुझे ना कभी, अपने हुनर की ऐसी लौ जला, जो घटे ना कभी। रंग भले ही हों कितने संसार में पर तू अपनी रंगत जुदा बनाए रख, भीड़ चाहे जितनी भी हो भारी, अपनी पहचान तू सबसे हट कर बनाए रख। ©Writer Mamta Ambedkar #Ratan_Tata