दुनिया की भीड़ से अलग चलना है ज़िंदगी.. ख़्वाबों का सफ़र तय तुझे करना है ज़िंदगी.. मुझे हौसलों के और भी मज़बूत पंख दे.. मुझे आसमां में एक दिन उड़ना है ज़िंदगी.. एहसास का इक आइना इस दिल को बना दे.. मुझे अपने आप से भी अब मिलना है ज़िंदगी.. लेकरके कहीं चल मुझे कांटों के दरम्यां.. फूलों की तरह मुझको महकना है ज़िंदगी.. आहिस्ता चल ऐ उम्रे-रवां है् मुन्तज़िर कोई.. तुझे प्यार बनके उन पे बरसना है ज़िंदगी.. #yqaliem #yqbhaijan #khwabon_ka_safar #ehsaas #zindgi