संस्कृति में उपस्थिति से साहित्य और कलाओं तक फल , फूल औषधियों से छाया की प्राप्ति तक । वह आंतरिक शांति का अनुभव वह पूजा - स्थल का वयवहार वह लोक - देवता का मूर्ति स्थल ।। किसी वृक्ष में बाँधे धागे कुछ मंगल योग्य जीवन तक । वह कविता -कथा के साधन बने घर , आंगन कतारों तक ।। आज जीवन यात्रा की समाप्ति पर कलेजा चिरते काटे गये । अद्भुत यात्रा की समाप्ति तक ।। वृक्ष की जीवन यात्रा ।