हम दोनों मौन है बस इतना याद है दो हथेलियों का साथ है, एक हथेली मेरी और एक तुम्हारी है हम दोनों मौन है चांद मेरी तरफ पिघल रहा है नींद में जैसे फिर चल रहा है मेरी खुली आंखों में ख्वाब है तेरी खुली आंखों में अलाव है मगर हम दोनों फिर भी मौन है...! ©maher singaniya हम दोनों...