White ....... कहने को तो सुकून , आराम और पता नही क्या क्या मांगता हूं। कहीं भी कुछ भा जाए वो सब चाहता हूं , मांगता हूं। एक बार शायद बचपन में इतनी जोर से , शिद्दत से मांगा था कुछ,वो भी अब याद नहीं। जब से देखा है तुझे, न कुछ और मांगता हूं। कहने को तो .........। राहों को देखूं तो चाहूं की तेरे पास ले जाए। मंजिल को देखूं तो चाहूं कि तेरी छवि दिखलाएं। धड़कन की धुन में, बस तुझे जपता हूं,रमता हूं। कहने को...........। ©mautila registan(Naveen Pandey) #love❤ #lovefeelings #hindipoetry