आज़ाद... सुनकर के जिसकी दहाड़ को, काँपा लन्दन सारा था, वह आज़ाद हमारा था, भारत माँ का प्यारा था, जिसकी पिस्टल ने गोरों को, मौत के घाट उतारा था, वह आज़ाद हमारा था, भारत माँ का प्यारा था।। --रोहित #Dwell_in_possibility #आज़ाद #बलिदान_दिवस