है,शक्ति इन हाथों में तो, क्या तुम कुछ कर जाओगे। मासूम शख़्स की शख्शियत, पे भी काला धब्बा कर जाओगे।। है, नही कोई बचाने वाला, ऐसा सोंच भूल कर जाओगे। आवामों की नज़रों में भी, झूठा को सच कर जाओगे।। है,वीरों की ये धरती, भलिं-भाँति तुम समझ जाओगे। जब हर इक शख्स को, भीड़ बनता तुम इन गलियों में पाओगे।। Sksilent✒️✒️ Silent knight है,शक्ति इन हाथों में तो, क्या तुम कुछ कर जाओगे। मासूम शख़्स की शख्शियत, पे भी काला धब्बा कर जाओगे।। है, नही कोई बचाने वाला, ऐसा सोंच भूल कर जाओगे। आवामों की नज़रों में भी,