प्रभु राम चलें राह लखन,साथ लिए हैं। निज पृष्ठ रखें बाण धनुष,हाथ लिए हैं। हैं राम पूर्व मध्य सिया,पश्च लखन हैं। है धूप जले पाँव मगर,खूब मगन हैं। #बिहारी_छंद #वनगमन #विश्वासी फ़ोटो साभार: गूगल