- QUAZI MUEEZ HASHMI हमारी दोस्ती हमारी शान है, हमारी दोस्ती से कोई नहीं अंजान है। दोस्ती में बस्ती हमारी जान है, क्योंकि हम में से कोई नहीं बेईमान है। देख लेना एक दिन ऐसा आएगा हर एक अपनी पहचान बनाएगा, और दूसरा उसके लिए उसका ज़रिया बन जाएगा।