Nojoto: Largest Storytelling Platform

हम तनहा ही चले थे ज़िंदगी का दही जमाने, बूंदियां म

हम तनहा ही चले थे ज़िंदगी का दही जमाने, 
बूंदियां मिलती गयीं... रायता बनता गया
अरुण कुमार  #NojotoQuote तुम्हें क्या पता गम क्या होता है
हम तनहा ही चले थे ज़िंदगी का दही जमाने, 
बूंदियां मिलती गयीं... रायता बनता गया
अरुण कुमार  #NojotoQuote तुम्हें क्या पता गम क्या होता है