आलोचना हो या सम्मान मानये नहीं रखता, आध्यात्मिक पथ पर व्यक्ति को सब कुछ सहना पड़ता है, चाहे वह आलोचना हो या सम्मान हर स्थिति में शांत रहना होता है। आलोचना वा आदरः वा, तत् न स्वीकुर्वति, आध्यात्मिकमार्गे व्यक्तिः सर्वं वहितुं अर्हति, आलोचना वा आदरः वा, प्रत्येकस्मिन् परिस्थितौ शान्तं स्थातव्यम्। धन्यवाद हर हर महादेव ©Mohan raj #Life Lessons आलोचना वा आदरः वा, तत् न स्वीकुर्वति, आध्यात्मिकमार्गे व्यक्तिः सर्वं वहितुं अर्हति, आलोचना वा आदरः वा, प्रत्येकस्मिन् परिस्थितौ शान्तं स्थातव्यम्।